Premanand ji maharaj: शरीर के किस अंग में सबसे पहले पानी डालना चाहिए नहाते वक्त

प्रेमानंद जी महाराज: आज के इस विषय पर महाराज के अनुसार कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे है जो नहाते वक्त ध्यान में रखनी चाहिए। जो बातें कोई धार्मिक मान्यताओं पर आधारित नहीं है अगर वैज्ञानिक आधार पर देखे तो इसके कहीं ऐसे फायदे है जो कि मनुष्य जीवन में बहुत लाभकारी है

प्रेमानंद जी महाराज। हमारे देश भारत में लगभग राज्यों में दो प्रकार के मौसम होते है जिनमें गर्म मौसम और ठंडा मौसम शामिल है तो अक्सर लोग क्या करते है कि ठंड के मौसम में रोजाना नहीं नहाते क्यूंकि इन दिनों में इतनी सर्दी पड़ती है कि पानी को छूना ही बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन जिन लोगों को हमेशा नहाने की आदत होती है वो गर्म पानी से नहाते है लेकिन महाराज ने बताया है कि हमेशा गर्म पानी से नहाना भी सेहत के लिए सही नहीं है

ऐसे में महाराज ने ऐसी बाते बताई है जो नहाते वक्त ध्यान में रखना चाहिए जिनको अगर वैज्ञानिक आधार पर देखे तो इसके कहीं फायदे है ओर जिनसे शरीर में ताजगी और ऊर्जा आती है जिससे हम जो भी काम करते है उस काम के प्रति हमारी रुचि बढ़ती है ।ओर काम में मन लगता है और अब जानते है कि नहाते वक्त सबसे पहले किस अंग पर पानी डालना चाहिए और कौनसे अंग पर पानी डालने से बचे तो आइए जानते है कि महाराज के अनुसार नहाते वक्त कौनसे बातों का ध्यान रखना चाहिए

  1. नहाते वक्त कौनसे अंग पर पानी डालना चाहिए। महाराज ने बताया है कि जो हमारी शरीर की नाभि होती है। उसपे सबसे पहले पानी डालना चाहिए ऐसा करने से हमारा शरीर ऊर्जावान रहता ही ओर हमारा शरीर ब्रह्मचर्य जीवन की ओर बढ़ता है ओर हमारे शरीर में सकारात्मकता आती है इन बातों को नहाते वक्त जरूर याद रखना चाहिए
  2. कौनसे पानी से नहाना चाहिए ठंडा या फिर गर्म श्री प्रेमानंद जी महाराज ने बताया है ।कि सर्दियों के मौसम में भी हमेशा ठंडे पानी से स्नान करना चाहिए। इससे क्या होता है , की पूरे दिन में हमको थकावट नहीं होती ।और हमारा दिमाग चलने की जो गति होती है उसमें भी तेजी आती है।
  3. नहाते वक्त जो हम साबुन लगाते है उसके जगह पर क्या इस्तेमाल करना चाहिए। महाराज कहते है कि जो हम साबुन या फिर कोई ऐसा उत्पाद जो कि रासायनिक तत्वों से बनाया जाता उनका इस्तेमाल नहाते वक्त नहीं करना चाहिए क्योंकि हम जो हमारे शरीर पर तेल लगाते है वो साबुन से अच्छे से साफ नहीं होता है इसकी बजाय जो मुल्तानी मिट्टी होती है उसका इस्तेमाल करना चाहिए और इसके अलावा उन उत्पात का इस्तेमाल करना चाहिए जो कि शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाए

इसके अलावा महाराज ने ये भी बताया है कि जब हम नहा लेते है उसके बाद में हमारे शरीर को पूरी तरह से पूछना चाहिए और सूखे कपड़े पहनने चाहिए। इससे क्या होता है जो चरम रोग होते है जैसे कि दाद, खुजली इनसे बचा जाता। इसलिए नहाने के बाद हमेशा सूखे कपड़ों का ही सेवन करना चाहिए।

Leave a Comment