CKYC Card Registration Process: सी-केवाईसी कार्ड बनवा ले बार-बार केवाईसी का झंझट खत्म होगा

CKYC CARD: सेंट्रल KYC सिस्टम लाभार्थियों के लिए एक सरल और बेहतर हो उपाय है, जो कस्टमर को बार-बार केवाईसी कराने की परेशानी से मुक्त करता है। चलिए जानते हैं, CKYC कार्ड कैसे बनाया जाता है और इसकी मदद से केवाईसी प्रक्रिया कैसे आसान बनती है, CKYC नंबर के माध्यम से ग्राहक विभिन्न वित्तीय योजनाओं का लाभ उठा सकते है। मतलब यदि आपने एक बार CKYC पंजीकरण को पूरा कर लिया उसके बाद अलग-अलग बैंक या वित्तीय संस्थानों के लिए बार-बार केवाईसी प्रक्रिया करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।

CKYC CARD

सेंट्रल केवाईसी (CKYC) प्रणाली विभिन्न वित्तीय संस्थानों में केवाईसी की प्रक्रिया को एकीकृत और आसान बनाने के लिए तैयार किया गया है. यह कार्ड बनवाने के बाद बार-बार केवाईसी डॉक्युमेंट्स जमा कराने का झंझट समाप्त हो जाता है. CKYC नंबर एक बार प्राप्त करने के बाद विभिन्न वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं, जिससे आप की प्रक्रिया तेज और सुविधाजनक हो सकती है।

CKYC रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया क्या है

  • CKYC आवेदन पत्र प्राप्त करें: CKYC फॉर्म किसी भी भागीदार वित्तीय स्थान या केवाईसी पंजीकरण एजेंसी (KRA) प्राप्त करें.
  • आवश्यक दस्तावेजों को जमा कराए: आवेदक का पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी कार्ड.
  • पता प्रमाण: बिजली का बिल, किरायानामा या कोई सरकारी दस्तावेज जिसमें में पता दर्ज हो.
  • वेरीफिकेशन: लाभार्थी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के सत्यापन प्रक्रिया वित्तीय संस्थान या KRA द्वारा किया जाता है, यह प्रक्रिया व्यक्तिगत सत्यापन या इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन ई-केवाईसी के माध्यम से पूरी की जा सकती है।

CKYC नंबर यूनिक मिलेगा

आपका वेरीफिकेशन पूरा होने के बाद आपको 14 अंकों का KYC पहचान नंबर (KIN) एसएमएस के माध्यम से या फिर ईमेल पर प्राप्त होगा. यह नंबर आपके भविष्य में विभिन्न वित्तीय सेवाओं में उपयोग किया जा सकता है।

CKYC के फायदे क्या है:

  • Single KYC: एक बार आपके CKYC कार्ड पंजीकरण पूरा होने के बाद अलग-अलग बैंकों में या वित्तीय संस्थानों के लिए आपको बार-बार केवाईसी प्रक्रिया करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • Info Update: उपयोगकर्ता जब चाहे अपनी ई-केवाईसी जानकारी को अपडेट कर सकता है, और इसके लिए उन्हें प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • Transactions Are Fast: CKYC प्रक्रिया की मदद से काग़ज़ी कार्रवाई और सत्यापन में लगने वाला समय बिलकुल कम हो जाता है जिससे ग्राहक ऑनबोर्डिंग और लेन-देन में तेज हो पाता है।

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